Crude Oil Intraday Trading Strategy in Hindi

CRUDE OIL INTRADAY STRATEGY 

  • क्रूड ऑयल में ट्रेडिंग करने से पहले हम क्रूड ऑयल को समझेंगे कि क्रूड ऑयल कैसे काम करता है क्रूड ऑयल का व्यापार दुनिया की अर्थव्यवस्था और राजनीतिक परिणाम प्रणालियों के भीतर अपनी आदित्य स्थिति के कारण पूरे विश्व के बाजार में उत्कृष्ट अवसर प्रदान करता है कुछ सालों में ऊर्जा क्षेत्र में स्थिरता तेजी से बड़ी है क्रूड ऑयल में इन्वेस्टमेंट करके हम अच्छे रिटर्न बना सकते हैं

  • क्रूड ऑयल में इंट्राडे ट्रेड के लिए हमें चार्ट पर पूरा फोकस करना होगा और अपनी स्ट्रेटजी के अनुसार ट्रेड करना होगा क्रूड ऑयल पूरे विश्व में ट्रेड किया जाता है इसका मुख्य उत्पादक सऊदी अरब है इंडिया में क्रूड ऑयल की ट्रेडिंग सुबह 9:00 से स्टार्ट होकर रात को 11:30 तक चलती है लेकिन ग्लोबल मार्केट के अकॉर्डिंग इंडियन टाइम 5:00 PM  के बाद क्रूड ऑयल में अच्छी वोलैटिलिटी देखने को मिलती है इंडिया में हर बुधवार के दिन रात 8:00 बजे क्रूड ऑयल की इन्वेंटरी आती है इससे हमें यह पता लगता है की पूरे सप्ताह में ग्लोबल मार्केट में कितनी डिमांड और सप्लाई की आवश्यकता पड़ी है इसका पूरा डाटा इस इन्वेंटरी में बताया जाता है
  • Swing Trading Strategy Cup Pattern | कप पैटर्न स्ट्रेटेजी इन हिंदी

LEARN WHAT MOVES CRUDE OIL 

  • क्रूड ऑयल सप्लाई और डिमांड पर बहुत निर्भर करता है क्रूड ऑयल दुनिया भर में उत्पादन के साथ-साथ वैश्विक आर्थिक समृद्धि से प्रभावित होता है अगर डिमांड कम होती है और सप्लाई ज्यादा है तो क्रूड ऑयल की प्राइस में गिरावट आती है उसके विपरीत अगर डिमांड बढ़ती है और सप्लाई कम है तो क्रूड ऑयल की प्राइस बढ़ती है

  • 2008 की मंदी में क्रूड ऑयल की डिमांड बहुत बढ़ गई थी जिसके कारण यह 145 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था उसके विपरीत 2020 में लॉकडाउन  के कारण क्रूड ऑयल में डिमांड नहीं होने के कारण इसकी प्राइस 0 डॉलर प्रति बैरल देखने को मिली थी

TOOL

  • Relative Strength Index(RSI)  यह एक मोमेंटम इंडिकेटर है
  • इसके डिफॉल्ट सेटिंग 70-30 होती है जिसे हम बदलकर 60-40 कर देंगे यह अनकंवेंशनल वे है
  • RSI above 60 – uptrend
  • RSI between 40 and 60 – sideways
  • RSI below 40 – downtrend

TIME TRAME 

  • इस सेटअप में दो टाइम फ्रेम पर काम करेंगे
  • Higher time frame 1H (HTF) – trend definer
  • Lower  time frame 5MIN (LTF) – trade definer

HOW THE SETUP WORK

  • इस सेटअप को ट्रेड करने के लिए हम दो टाइम फ्रेम का यूज़ कर रहे हैं हायर टाइम फ्रेम जो ट्रेंड को डिफाइन करता है और लोअर टाइम फ्रेम के अकॉर्डिंग हम अपनी एंट्री एग्जीक्यूट करते हैं यहां पर हायर टाइम फ्रेम 1H सेट करना है चार्ट पर और लोअर टाइम फ्रेम 5 मिनट के अकॉर्डिंग हम अपनी एंट्री एग्जीक्यूट करेंगे
  • हमें अपनी एंट्री एग्जीक्यूट करने के लिए हायर टाइम फ्रेम RSI 60 के ABOVE होना चाहिए और लोअर टाइम फ्रेम RSI 40 को सपोर्ट ले रहा होना चाहिए लोअर टाइम फ्रेम पर RSI 40 के सपोर्ट पर जो ग्रीन कैंडल क्लोज होती है उसे हम अलर्ट बार कहेंगे अलर्ट बार के हाई पर हम हमारी एंट्री एग्जीक्यूट करेंगे यह सेटअप BUY के लिए है
  • इसके विपरीत जब हायर टाइम फ्रेम RSI 40 के नीचे हो और लोअर टाइम फ्रेम RSI 60 को रेजिस्टेंस लेकर रेड कैंडल क्लोज करता है तो हम इसे अलर्ट बार कैंडल कहेंगे और इसके LOW पर हम हमारी एंट्री एग्जीक्यूट करेंगे इस तरह से यह सेटअप काम करता है

SETUP RULES FOR GOING LONG

Entry conditions 

  • RSI in Higher time frame 1H (htf)  – above 60
  • RSI in Lower  time frame 5 MIN (ltf)  – at or near 40 support
  • Lower  time frame  पर ग्रीन कैंडल के क्लोज का वेट करेंगे

Entry 

  • 5 MIN. टाइम फ्रेम मे जो ग्रीन कैंडल क्लोज हुई है उसे कैंडल को अलर्ट कैंडल कहेगे इस अलर्ट कैंडल की हाई पर एंट्री होगी

Stop loss

  • अलर्ट कैंडल के low पर हम स्टॉप लॉस रखेंगे

Quantity 

  • स्टार्टिंग मे हम एक लोट से ट्रेड करना स्टार्ट करेगे जैसे-जैसे हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा हम हमारी क्वांटिटी को भी बढ़ते हुए चले जाएगे

Target 

  • Target 1 => साइज ऑफ़ द अलर्ट बार
  • Target 2 => साइज ऑफ़ द अलर्ट बार *2
  • Target 3 => साइज ऑफ़ द अलर्ट बार *3

FOR EXAMPLE

  • इस एग्जांपल में हम अपने पूरे सेटअप को आसानी से समझ सकते हैं माना हमारा पोर्टफोलियो अमाउंट ₹500000 का है और हम रिस्क पर ट्रेड ₹10000 की लेते हैं तो हम 1 LOT के साथ अपनी ट्रेड को एग्जीक्यूट करेंगे सेटअप के अकॉर्डिंग हम अपनी एंट्री स्टॉप लॉस टारगेट क्वांटिटी आदि सेट कर लेंगे

SETUP RULES FOR GOING SHORT  

Entry conditions 

  • RSI in Higher time frame 1H (htf)  – below 40
  • RSI in Lower  time frame 5 MIN. (ltf)  – at or near 60 resistance
  • LTF  पर  रेड कैंडल के क्लोज का वेट करेंगे

Entry 

  • 5 MIN . TIME FRAME  मे जो रेड कैंडल क्लोज हुई है उसे कैंडल को अलर्ट कैंडल कहेगे इस अलर्ट कैंडल की low पर एंट्री होगी

Stop loss

  • अलर्ट कैंडल के high पर हम स्टॉप लॉस रखेगे

Quantity 

  • स्टार्टिंग मे हम एक LPT से ट्रेड करना स्टार्ट करेगे जैसे-जैसे हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा हम हमारी क्वांटिटी को भी बढ़ते हुए चले जाएगे

Target 

  • Target 1 => साइज ऑफ़ द अलर्ट बार
  • Target 2 => साइज ऑफ़ द अलर्ट बार *2
  • Target 3 => साइज ऑफ़ द अलर्ट बार *3

FOR EXAMPLE

  • इस एग्जांपल में हम अपने पूरे सेटअप को आसानी से समझ सकते हैं माना हमारा पोर्टफोलियो अमाउंट ₹500000 का है और हम रिस्क पर ट्रेड ₹10000 की लेते हैं तो हम 1 LOT के साथ अपनी ट्रेड को एग्जीक्यूट करेंगे सेटअप के अकॉर्डिंग हम अपनी एंट्री स्टॉप लॉस टारगेट क्वांटिटी आदि सेट कर लेंगे

FAQ

क्रूड ऑयल ट्रेडिंग कैसे करें?

क्रूड ऑयल की ट्रेडिंग फ्यूचर एंड ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट में की जाती है क्रूड ऑयल को बाय या सेल करने के लिए हमें क्रूड ऑयल के लोट को बाय करना या सेल करना होता है यह एक कॉन्ट्रैक्ट बेस्ट ट्रेडिंग होती है

कच्चे तेल का निर्यात कौन करता है?

क्रूड ऑयल का निर्यात इराक से भारत में होता है इसके बाद सऊदी अरब आता है

1 बैरल कच्चे तेल में कितना होता है?

एक बैरल में 159 लीटर कच्चा तेल होता है

1 बैरल तेल कितने डॉलर का होता है?

एक बैरल कच्चा तेल 80$ का होता है

सबसे ज्यादा तेल कौन बेचता है?

11 मिलियन प्रति बैरल एक दिन में सबसे ज्यादा क्रूड तेल निर्यात करता है सऊदी अरब

CONCLUSION 

  • क्रूड ऑयल में ट्रेड करना बहुत आसान है सिंपल हमें अपने सेटअप को फॉलो करना है जब हमें एंट्री का मौका मिले तो हमें वहां पर WITH स्टॉप लॉस के साथ ट्रेड एग्जीक्यूट करनी चाहिए डरना नहीं चाहिए फॉलो द सिस्टम क्रूड ऑयल पूरे विश्व में ट्रेड किया जाता है यह ग्लोबल मार्केट पर डिपेंड करता है क्रूड ऑयल सऊदी अरब में उत्पन्न होता है क्रूड ऑयल में हम आसानी से इंट्राडे ट्रेड कर सकते हैं अपने सिस्टम को फॉलो करते हुए और हम जिस सेटअप को फॉलो कर रहे हैं वह RSI है RSI एक मोमेंटम इंडिकेटर है इसकी हेल्प से हम प्राइस के मोमेंटम को ट्रैक करके अपनी ट्रेड एग्जीक्यूट करते हैं

 

आज हम इस पोस्ट मे Crude Oil Intraday Trading Strategy को विस्तार से समझा। यदि यह जानकारी आपको पसंद आई हो तो इसे अपने सोशल मीडिया अकॉउंटस पर जरूर शेयर करे।
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नमस्कार दोस्तो ! मै Bhhawwani Shankaar Saini stockmarketsaamjho ब्लॉग का फाउंडर हूँ। मै stockmarketsaamjho ब्लॉग पर शेयर मार्केट, पर्सनल फाइनेंस से सम्बंधित जानकारिया शेयर करता हूँ।

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