Risk Management in Stock Market | स्टॉक मार्किट मे रिस्क मैनेजमेंट क्या है ?

Risk Management in Stock Market

  • रिस्क मैनेजमेंट की हेल्प से हम बड़े लॉसेस से बच सकते हैं रिस्क मैनेजमेंट ट्रेडर्स के अकाउंट को खाली होने से भी बचाता है अगर हम हमारी रिस्क पर ट्रेड को फाइंड आउट कर लेते है तो हम प्रॉफिट होना ही है एक सक्सेसफुल Trader बनने के लिए हमे रिस्क मैनेजमेंट को फॉलो करना ही होगा

  •  ऐसे ट्रेडर्स जो ट्रेडिंग में कुछ लाभ कमाया है लेकिन बिना रिस्क मैनेजमेंट को फॉलो किए बिना वह एक या दो खराब ट्रेड से वह अपना पूरा अमाउंट खो सकते है इस ब्लॉग मे हम वह कुछ स्ट्रैटेजिस को सीखेगे जिसे हम रिस्क को मैनेज कर सकते हैं

  • अगर हम पूरे फॉक्स से रिस्क मैनेजमेंट और अपनी भावनाओ को कंट्रोल मे रखकर ट्रेड करेगे तो हम आसानी से एक प्रॉफिटेबल Trader होगे बड़े लॉसेस से बचने के लिए हमे हर ट्रेड मे रिस्क मैनेजमेंट को फॉलो करना चाहिए स्टॉप लॉस का  प्रयोग करके टाइम टू टाइम प्रॉफिट बुक करना अपने पोर्टफोलियो को Hedge करके | ऐसी रणनीति का प्रयोग करके हम स्टॉक मार्केट के गेम मे लंबे समय तक बने रह सकते हैं प्रॉफिट टारगेट को बढ़ाना है और लॉसेस को कम करना है
  • How To Trade in Stock Market | स्टॉक मार्किट मे कैसे ट्रेड करे ?

Planning Your Trade 

  • ट्रेड लेने से पहले हमे अपनी ट्रेड से रिलेटेड पूरी प्लानिंग पता होना चाहिए कब ट्रेड लेना है स्टॉप लॉस क्या है कितनी क्वांटिटी ट्रेड करनी है टारगेट क्या होना चाहिए  सेक्टर का Trend क्या है इकोनॉमी के डाटा कैसे है सभी बातो का हमे पता होना चाहिए किसी स्टॉक मे ट्रेड करने से पहले हमारे पास एक सेटअप होना चाहिए

  • जिसकी हेल्प से हम स्टॉक को find कर सके और उसके हिसाब से हम ट्रेड कर पाए इस ब्लॉक मे हम स्टॉक सिलेक्शन के लिए 44 मूविंग एवरेज बैंड की हेल्प लेंगे और स्टॉक को find करेंगे 44 मूविंग एवरेज बैंड पर हमने ऑलरेडी एक ब्लॉक बनाया हुआ है उसका लिंक नीचे दिया गया है कृपया उसे भी रीड करें

Quantity Control 

  • स्टॉक फाइंड आउट करने के बाद हम अपने टोटल कैपिटल के अनुसार रिस्क पर ट्रेड को फाइंड करेगे हमारे रिस्क पर ट्रेड 1-2 % हो सकती है इससे ज्यादा नही होनी चाहिए
ENTRY 100.00000
STOP LOSS 95
QTY 4000
TARGET 110
RISK PER TRADE 20K
TOTAL CAPITAL 20L

 

  • इस तरह से हम अपने ट्रेड को प्रॉपर प्लान करेगे और इस तरह के मेथड से हम 8 से 15 स्टॉक पर ट्रेड करेगे इस ट्रेडिंग सेटअप का विनिंग रेशो 60 से 70% है

Consider The 1% Rule 

  • बहुत से इंट्राडे TRADER 1% रूल को फॉलो करते हैं इसका मतलब हमारे ट्रेडिंग अकाउंट मे 30 लाख है तो हम उस trade ma 1% का रिस्क लेना है इससे ज्यादा रिस्क नही लेना हम जो भी ट्रेड करेंगे उसका 30000 का रिस्क होगा अगर आने वाले टाइम मे हमारा ट्रेडिंग अकाउंट बढ़ता है तो हम 1 % की बजाय 2% रिस्क पर ट्रेड ले सकते है इस तरह ट्रेड करने से हम अधिक घाटे से बच सकते हैं और ट्रेडिंग मे लंबे टाइम तक टिके रह सकते हैं

Setting Stop Loss and Take-Profit Points 

  • स्टॉप लॉस पॉइंट वह कीमत है जहा पर Trader अपना लॉस बुक करता है ऐसा तब होता है जब मार्केट हमारी एनालिसिस के विपरीत जाता है अधिकतर Trader अपने इमोशंस को कंट्रोल नही रख पाते और सोचते है की प्राइस फिर से ऊपर चला जाएगा लेकिन ऐसा नही होता और प्राइस काफी नीचे चल चला जाता है

  • और हमे बहुत बड़ा लॉस देखने को मिलता है इसलिए हमे स्टॉप लॉस का यूज़ करना चाहिए हमारे लॉस को सीमित रखने के लिए ही स्टॉप लॉस को बनाया गया है दूसरी और प्रॉफिट पॉइंट वह कीमत है जहा Trader अपने स्टॉक को sell करके प्रॉफिट बुक करता है

Downside Put Option 

  • हम अपनी रिस्क को put बाय करके भी काम कर सकते है हमे 6 से 8 महीने आगे के put बाय करने होगे जिसका प्रीमियम काम होगा ऐसा करने से हम हमारे पोर्टफोलियो को सेफ करते हैं

Hedge Your Portfolio 

  • हमे अपने पोर्टफोलियो को Hedge करके चलना चाहिए कभी भी मार्केट में क्रश आ सकता है तो उसे Hedge करे हमारा पोर्टफोलियो सेफ रहे इसलिए हमे ऑप्शन को शार्ट करके चल सकते हैं हमे अपने पोर्टफोलियो अलग-अलग सेक्टर में बनाना चाहिए कभी भी सारे egg एक ही टोकरी में ना रखे अपने अमाउंट को एक ही स्टॉक में ना लगाए

  • उसे अलग-अलग सेक्टर मे इन्वेस्ट करे मार्केट मे कभी भी बिग क्राइसिस आ सकते हैं जैसा कि अभी हमने 2020 मे कोरोनावायरस से रिलेटेड एक बिग क्राइसिस देखा बिग फंड मैनेजर अपनी सभी पोजीशंस को Hedge करके रखते हैं ताकि उन्हें बड़ा नुकसान ना हो Hedge करने से हमे बिग प्रॉफिट तो नही होता लेकिन हम बड़े loss से बच जाते है

 

FAQ

रिस्क मैनेजमेंट से क्या मतलब है ?

रिस्क मैनेजमेंट का सिंपल सा मतलब है अपनी रिस्क को मैनेज करना बड़े लॉसेस से बचाना

रिस्क मैनेजमेंट कैसे करें ?

रिस्क मैनेजमेंट करना बहुत ही आसान है हमें अपने टोटल कैपिटल पर कितना रिस्क लेना है पर ट्रेड इसे ही हम रिस्क मैनेजमेंट कहते हैं

शेयर मार्केट में नुकसान कब होता है ?

शेयर मार्केट में नुकसान हमें तभी होता है जब हम लॉस में अपना सौदा काटते हैं ओथेरवाइज हमें लॉस नहीं होता

ज्यादातर ट्रेडर फेल क्यों होते हैं ?

ज्यादातर ट्रेडर  का फेल होने का कारण है कि वह बिना कुछ सोचे समझे फ्यूचर ऑप्शंस में ट्रेड करते हैं बल्कि उन्हें अपनी स्टार्टिंग इक्विटी मार्केट से करनी चाहिए

ट्रेडिंग सीखने में कितना समय लगेगा ?

ट्रेडिंग सीखने के लिए 2 से 3 साल का वक्त लगता है बट यह पर्सन टू पर्सन निर्भर करता है कि उनमें सीखने की कैपेसिटी कितनी है

CONCLUSION 

  • Trader को हमेशा यह पता होना चाहिए कि किसी भी ट्रेड मे कब एंट्री और एग्जिट करना है इसकी पूरी प्लानिंग होनी चाहिए स्टॉप लॉस को प्रॉपर फॉलो करे ताकि बैक टू बैक स्टॉप लॉस होने पर भी हम मार्केट मे बने रहे और हमे अपने ट्रेडिंग का प्रॉपर जर्नल बनाना चाहिए और उसे हर वीकेंड में एनालाइज करना चाहिए जो हमने गलती की है उसे रिपीट ना करे

आज हम इस पोस्ट मे Risk Management in Stock Market को विस्तार से समझा। यदि यह जानकारी आपको पसंद आई हो तो इसे अपने सोशल मीडिया अकॉउंटस पर जरूर शेयर करे।
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नमस्कार दोस्तो ! मै Bhhawwani Shankaar Saini stockmarketsaamjho ब्लॉग का फाउंडर हूँ। मै stockmarketsaamjho ब्लॉग पर शेयर मार्केट, पर्सनल फाइनेंस से सम्बंधित जानकारिया शेयर करता हूँ।

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