5 Star Swing Trading Setup RSI
- स्विंग ट्रेडिंग के इस सेटअप की हेल्प से हम इनकम जनरेट कर सकते हैं बस हमे डेली इस सेटअप पर एनालिसिस करके स्टॉक फाइंड आउट करना होगा इस सेटअप का प्रयोग हम फ्यूचर & ऑप्शन इक्विटी करंसी कमोडिटी क्रिप्टोकरंसी मे कर सकते है
Tool
- Relative Strength Index (RSI) यह एक मोमेंटम इंडिकेटर है
- इसके डिफॉल्ट सेटिंग 70-30 होती है जिसे हम बदलकर 60-40 कर देंगे यह अनकंवेंशनल वे है
- RSI above 60 – Uptrend
- RSI between 40 and 60 – Sideways
- RSI below 40 – Downtrend
Time frame
- इस सेटअप में दो टाइम फ्रेम पर काम करेंगे
- Higher time frame weekly (HTF) – Trend definer
- Lower time frame daily (LTF) – Trade definer
- मैं स्विंग ट्रेडिंग में कंफर्टेबल हूं जो 5 से 15 दिनों तक चलती है इस सेटअप में वीकली हायर टाइम फ्रेम है जबकि डेली लोअर टाइम फ्रेम है इस सेटअप में हम अलग-अलग टाइम फ्रेम को समझेंगे
How The Swing Trading Strategy RSI Setup Work
- Swing Trading Strategy RSI : यह सेटअप समंदर की तरंगो के रूप मे काम करता है हायर टाइम फ्रेम बड़ी तरंगे होती है तो लोअर टाइम फ्रेम छोटी तरंगे को दर्शाता है जब भी छोटी तरंगे बड़ी तरह को के विपरीत दिशा मे जाती है तो बड़ी तरंगे उसे धक्का देकर अपनी दिशा मे ला देती है यही प्रक्रिया प्राइस एक्शन मे फॉलो होता है हायर टाइम फ्रेम अप ट्रेंड मे है और लोअर टाइम फ्रेम down trend ma है तो हायर टाइम फ्रेम लोअर टाइम फ्रेम को भी अपनी दिशा मे लाएगा
- जब वीकली टाइम फ्रेम मे RSI 60 के ऊपर होता है और डेली टाइम फ्रेम मे RSI 40 को सपोर्ट ले रहा होता है इस तरह के सेटअप को फाइंड करना होता है बाय पोजीशन बनाने के लिए
- https://www.youtube.com/watch?v=o3bN7nq13kE
Setup Rules For Going Long
Entry Conditions
- RSI in Higher time frame weekly (HTF) – above 60
- RSI in Lower time frame daily (LTF) – at or near 40 support
- Lower time frame पर ग्रीन कैंडल के क्लोज का वेट करेंगे
Entry
- डेली टाइम फ्रेम मे जो ग्रीन कैंडल क्लोज हुई है उसे कैंडल को अलर्ट कैंडल कहेगे इस अलर्ट कैंडल की हाई पर एंट्री होगी
Stop loss
- अलर्ट कैंडल के low पर हम स्टॉप लॉस रखेंगे
Quantity
- स्टार्टिंग मे हम इंटेक्स के एक लोट से ट्रेड करना स्टार्ट करेगे जैसे-जैसे हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा हम हमारी क्वांटिटी को भी बढ़ते हुए चले जाएगे
- इक्विटी मार्केट में हम हमारी रिस्क पर ट्रेड पहले ही सेट कर लेंगे फॉर एग्जांपल हमारा कैपिटल 10 लाख का है हम यहां 1% की रिस्क ले रहे हैं अपने टोटल कैपिटल पर तो हमारी रिस्क 10K होगी इस अकॉर्डिंग हम हमारी इक्विटी के स्टॉक को फाइंड करके रिस्क 2 रिवॉर्ड सेट कर सकते हैं
Target
- Target 1 => साइज ऑफ़ द अलर्ट बार
- Target 2 => साइज ऑफ़ द अलर्ट बार *2
- Target 3 => साइज ऑफ़ द अलर्ट बार *3
For example
- ऊपर दिए गए दोनों एग्जांपल में हम हमारे सेटअप को आसानी से समझ सकते हैं और इसके अकॉर्डिंग हम अपनी स्विंग ट्रेड्स को एग्जीक्यूट कर सकते हैं तो सबसे पहले इस सेटअप पर बैक टेस्ट करें चार्ट्स को फाइंड आउट करें जिस तरह से एग्जांपल में दिया हुआ है उसे तरह से चार्ज को फाइंड करें और अपनी रिस्क 2 रिवॉर्ड के अकॉर्डिंग ट्रेड को एग्जीक्यूट करें
Setup rules for going short
Entry conditions
- RSI in Higher time frame weekly (HTF) – below 40
- RSI in Lower time frame daily (LTF) – at or near 60 resistance
- LTF पर रेड कैंडल के क्लोज का वेट करेंगे
Entry
- डेली टाइम फ्रेम मे जो रेड कैंडल क्लोज हुई है उसे कैंडल को अलर्ट कैंडल कहेगे इस अलर्ट कैंडल की low पर एंट्री होगी
Stop loss
- अलर्ट कैंडल के high पर हम स्टॉप लॉस रखेगे
Quantity
- स्टार्टिंग मे हम इंटेक्स के एक लोट से ट्रेड करना स्टार्ट करेगे जैसे-जैसे हमारा आत्मविश्वास बढ़ेगा हम हमारी क्वांटिटी को भी बढ़ते हुए चले जाएगे
Target
- Target 1 => साइज ऑफ़ द अलर्ट बार
- Target 2 => साइज ऑफ़ द अलर्ट बार *2
- Target 3 => साइज ऑफ़ द अलर्ट बार *3
For example
- ऊपर दिए गए दोनों एग्जांपल में हम हमारे सेटअप को आसानी से समझ सकते हैं और इसके अकॉर्डिंग हम अपनी स्विंग ट्रेड्स को एग्जीक्यूट कर सकते हैं तो सबसे पहले इस सेटअप पर बैक टेस्ट करें चार्ट्स को फाइंड आउट करें जिस तरह से एग्जांपल में दिया हुआ है उसे तरह से चार्ज को फाइंड करें और अपनी रिस्क 2 रिवॉर्ड के अकॉर्डिंग ट्रेड को एग्जीक्यूट करें
Time frame variations
- इस सेटअप को हम अलग-अलग टाइम फ्रेम मे प्रयोग ले सकते हैं
- हायर टाइम फ्रेम मंथली और लोअर टाइम फ्रेम वीकली यह सेटअप पोजीशन ट्रेड के लिए बनता है
- हायर टाइम फ्रेम डेली और लोअर टाइम फ्रेम 60 मिनट यह सेटअप Btst/Stbt ट्रेड के लिए बनता है
- हायर टाइम फ्रेम 60 मिनट और लोअर टाइम फ्रेम 15 मिनट यह सेटअप इंट्राडे ट्रेड के लिए बनता है
FAQ
स्विंग ट्रेडिंग कितने दिनों तक की जाती है ?
स्विंग ट्रेडिंग 5 से 10 दिन के लिए की जाती है
स्विंग ट्रेडिंग करते समय क्या देखना चाहिए ?
स्विंग ट्रेडिंग करते समय हमें प्राइस एक्शन चार्ट पेटर्न्स कैंडलेस्टिक इंडिकेटर की हेल्प लेनी चाहिए
स्विंग ट्रेडिंग के लिए कौन सा टाइम फ्रेम बेस्ट है ?
स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए हमें डेली टाइम फ्रेम पर एनालिसिस करनी चाहिए
स्विंग ट्रेडिंग के लिए कौन सा स्टॉक सबसे अच्छा है ?
इंडियन स्टॉक मार्केट में बेस्ट स्विंग ट्रेडिंग स्टॉक्स TATA MOTERS/ICICI BANK/TCS/BRITANNIA ETC
क्या स्विंग ट्रेडिंग में स्टॉक को SELL किया जा सकता है ?
स्विंग ट्रेडिंग में स्टॉक को sell करने के लिए हमें फ्यूचर & ऑप्शंस की हेल्प लेनी होगी स्टॉक में हम सेल नहीं कर सकते स्विंग ट्रेडिंग में
हम स्विंग ट्रेडिंग में कितना प्रॉफिट बना सकते हैं ?
स्विंग ट्रेडिंग में हम आसानी से 10 से 15 % का प्रॉफिट अर्न कर सकते हैं
स्विंग ट्रेडिंग क्या है और कैसे करें ?
कुछ दिनों के लिए अंडरलाइन है सेट को होल्ड करके उसे प्रॉफिट कमाने को स्विंग ट्रेडिंग कहते हैं स्विंग ट्रेडिंग को करने के लिए हमें कुछ टेक्निकल एनालिसिस टूल्स जैसे ट्रेंड लाइन प्राइस एक्शन इंडिकेटर की हेल्प लेनी होती है
क्या स्विंग ट्रेडिंग रिस्की है ?
इंट्राडे की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग काम रिस्की होती है सही से टेक्निकल एनालिसिस का उसे किया जाए तो स्विंग ट्रेडिंग बहुत आसान है और रिस्क भी बहुत कम है
CONCLUSION
- इस सेटअप मे स्विंग ट्रेडिंग मे अच्छे रिजल्ट मिलते हैं इस तरह के सेटअप को फाइंड आउट करने के लिए हम अपने ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर मे RSI प्लॉट करके दो स्क्रीन को सेट करेगे एक स्क्रीन मे वीकली टाइम फ्रेम और दूसरे स्क्रीन पर डेली टाइम फ्रेम को सेट करके स्टॉक की एनालिसिस करेगे और अपने लिए ट्रेड फाइंड आउट करेगे और नेक्स्ट डे उसे एग्जीक्यूट करने की पूरी कोशिश करेगे इस तरह से हम आसानी से इनकम जनरेट कर सकते है
आज हम इस पोस्ट मे Swing Trading Strategy RSI को विस्तार से समझा। यदि यह जानकारी आपको पसंद आई हो तो इसे अपने सोशल मीडिया अकॉउंटस पर जरूर शेयर करे।
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